गुलकंद को भारत में खूब पसंद करते हैं और इसे कई तरह से इस्तेमाल में लिया जाता है। मीठे पान में भी गुलकंद डालने से पान का मजा बढ़ जाता है। गुलकंद खाने के फायदे भी बहुत है जैसे स्किन या दिल की मजबूती के लिए गुलकंद खाना फायदेमंद होता है।
गुलकंद Gulkand का नाम सुनते ही गुलाब का ख्याल आता है। पान में गुलकन्द सभी पसंद करते है। आर्युवेद के अनुसार गुलकंद बहुत फायदेमंद होता है। यह पित्त को शांत करने वाला व शरीर को ठंडक पहुँचाने वाला होता है।
गुलकंद का उपयोग श्रीखंड, आइसक्रीम , शेक, चपाती रोल व ब्रेड आदि में भी किया जाता है। गुलकंद को गुलकन्द चटनी व गुलकन्द जैम के रूप में भी काम में लिया जाता है।
हमने यहाँ गुलकंद बनाने का तरीका बताया है। इस तरीके से इसे बनाओगे तो बिलकुल मार्किट जैसा रसीला गुलकंद घर पर बनेगा और खाने में बहोत ही मज़ेदार बनेगा।
गुलकन को दो तरीकों से बनाया जाता है। पहला तरीका नेचुरल है जो सभी सामग्री को बरनी में भरकर तीन-चार दिनों तक बरनी को धूप में रखा जाता है।
लेकिन हम इंस्टेंट तरीके से गुलकंद बनाने वाले हैं। इस तरीके से बना हुआ गुलकंद भी खूब मजेदार होता है और बनाने में समय की भी बचत होती है। तो चलिए गुलकंद बनाना शुरू करते हैं।
गुलकंद बनाने की आवश्यक सामग्री - Ingredients required to make Gulkand
- गुलाब के फूल की पकड़ी 1 कटोरा
- चीनी- 1 कप
- शहद – 2 बड़े चम्मच
- इलायची पाउडर – 1 छोटी चम्मच
- सोफ 1 चम्मच
गुलकंद बनाने की विधि - How to make gulkand
- सबसे पहले एक कटोरे में फूल की फक्डीया को डालकर इसमें चीनी मिला दे और हाथों से मसले। अच्छी तरह मैश करना है ताकि फूल की पकड़ी नरम हो जाए (चूर जाये) ।
- अब अच्छी तरह फूल और चीनी चूर जाए तब इसमें सोफ, शहद और इलायची पाउडर डालकर अच्छी तरह मिला लें।
- अब एक पैन में यह मिश्रण डालकर मीडियम आंच पर चम्मच से मिलाते हुए पकाएं। कुछ ही देर में फूल की पकड़िया पानी छोड़ने लगेगी। अच्छी तरह मिलाते हुए पकाये ताकि यह नीचे से जले नहीं।
- चीनी अपनी चाशनी भी छोड़ने लगी। थोड़ा ड्राई पानी होने लगे तब आंच को धीमी करे और यह मिश्रण सूखने तक पकाएं। अब जब यह पूरी तरह सोख जाए तब गैस बंद कर दे।
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